सीटी बजाओ अभियान है जादू, शराबियों के उत्पात से छुटकारा

सिवनी यशो:- नशा के विरूद्ध जागरण का एक कदम और के तहत डाक्टर पारस पटेरिया ने गणेश चतुर्थी से आदिवासी विकासखंड छपारा के ग्राम अंजनिया से सीटो बजाओ अभियान प्रारंभ किया है । यह अभियान अंजनिया में बहुत लोकप्रियता हुआ है और इसकी सफलता के बाद इस अभियान को डाक्टर पटेरिया अन्य ग्रामों में भी विस्तार देने में जुटे है ।
डाक्टर पारस पटेरिया ने बताया कि वे इस अभियान को निरंतर जारी रखते हुये ग्रामीणों खासकर महिलाओं से चर्चा कर शराब से होने वाले नुकसान और परेशानियों के विषय में चर्चा करते है तथा पुरूष वर्ग को शराब के नशे से दूर रखने के लिये महिलाएँ सक्रिय भूमिका निभाएँ इस बात पर विचार करते है । डाँ. पटेरिया का कहना है कि महिलाएँ शराबियों के उत्पात से बहुत बहुत परेशान होती है परंतु खुलकर विरोध करना उनके लिये संभव नहीं होता अनेक सामाजिक बाध्यताएँ होती है । इस बात को ध्यान में रखते हुये महिलाओं को विरोध करने के लिये विशेष तरीका बताया जा रहा है और यह तरीका महिलाओं को बहुत पसंद भी आ रहा है । यह तरीका है सीटी बजाओ, महिलाओं को बताया जा रहा है कि यदि कोई पुरूष शराब पीकर उत्पात कर रहा है तो सीटी बजाना प्रारंभ कर दो जिस सुन कर दूसरी अन्य महिलाएँ भी सीटी बजाने लगेंगी और पूरे ग्राम में सीटी की लगातार आवाज से चर्चा प्रारंभ हो जायेगी कि कौन व्यक्ति शराब पीकर उत्पात कर रहा है और इस प्रकार पूरे गांव में उसकी बदनामी होगी। बदनामी के भय से पुरूष वर्ग शराब पीकर उत्पात नहीं करेंगे ।
महिलाओं को इसके लिये डाक्टर पारस पटेरिया ने सीटियाँ भी प्रदान की है । बताया गया है कि गाँव में शराबी देखते हुये बिना सामने आये महिलाएँ सीटियाँ बजाना प्रारंभ कर देती है जिससे शराबी शर्मिंदा होकर या तो गाँव से दूर भाग जाता है या फिर चुपचाप घर में दुबक जाता है ।