जिले में एसआईआर का काम 78% पूरा - मतदाताओं का सहयोग बढ़ा, भ्रम फैलाने वालों को मिला करारा जवाब
मतदाता सूची अद्यतन प्रक्रिया बनी जनसहभागिता का अभियान, बीएलओ घर-घर पहुंचकर भरवा रहे फार्म
Seoni 25 November 2025
सिवनी यशो :- जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान ने रफ्तार पकड़ ली है। जिला निर्वाचन कार्यालय की सतत निगरानी, प्रशासनिक प्रयासों और मतदाताओं की जागरूकता के चलते अभी तक 78 प्रतिशत कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण हो चुका है। जिले के सभी 140 मतदान केंद्रों (बूथों) पर बीएलओ घर-घर पहुंचकर फार्म भरवा रहे हैं और मतदाताओं से सीधा संवाद कर प्रक्रिया को सरल बना रहे हैं।

🔹 प्रशासन ने दावा किया है कि 4 दिसंबर की समय-सीमा के भीतर 100% लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा।
🔹 मतदाताओं में उत्साह बढ़ा, युवा, महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक भी आगे आकर फार्म भर रहे हैं।
🔹 भ्रामक प्रचार करने वाले तत्व अब चुप हैं और सचाई सामने आ रही है —
एसआईआर बेहद आसान, सुरक्षित और पारदर्शी प्रक्रिया है।

⭐ क्या है एसआईआर?
एसआईआर (Special Summary Revision) एक विशेष अभियान है, जिसमें मतदाता सूची को अद्यतन किया जाता है —
📌 नए पात्र मतदाताओं के नाम शामिल किए जाते हैं
📌 पुराने रिकॉर्ड सुधारे जाते हैं
📌 गलत या अधूरी जानकारी को अपडेट किया जाता है
📌 मृत्यु या स्थानांतरण के कारण निष्क्रिय हो चुके नामों की पुष्टि की जाती है

👥 मतदाता के लिए प्रक्रिया कितनी आसान?
बीएलओ (Booth Level Officer) और निर्वाचन टीम इस बार पूरी प्रक्रिया घर-घर जाकर कर रही है।
आपको सिर्फ ये मूल जानकारी देनी है:
✔ पिछला EPIC नंबर (मतदाता पहचान पत्र संख्या)
✔ हाल की पासपोर्ट साइज फोटो
✔ जन्म तिथि और मोबाइल नंबर
✔ माता-पिता या अभिभावक का नाम व EPIC नंबर (यदि उपलब्ध)
✔ आधार नंबर (वैकल्पिक)
📌 फॉर्म पहले से आंशिक रूप से भरा हुआ मिलेगा —
उसमें आपका नाम,
भाग संख्या और
पता दर्ज रहेगा।
📌 आपको कहीं जाने की आवश्यकता नहीं —
न मतदान केंद्र,न कार्यालय,न साइबर कैफे।
📝 2003 की मतदाता सूची में नाम नहीं? कोई समस्या नहीं
अगर आपका नाम 2003 की मतदाता सूची में नहीं था, फिर भी आप बिलकुल आसानी से मतदाता बन सकते हैं।
👉 अगर आपके माता-पिता, भाई-बहन या दादा-दादी का नाम पहले से सूची में है,
तो बस उस संबंध की जानकारी देकर आप भी इस बार सूची में नाम दर्ज करा सकते हैं।
📌 लेकिन— फार्म भरना हर हाल में अनिवार्य है।

🚨 भ्रम फैलाने वालों को जवाब
कुछ लोग सोशल मीडिया और राजनीतिक बहस में रहकर यह प्रचार कर रहे थे कि एसआईआर जटिल प्रक्रिया है, या इससे नाम हटाए जाते हैं।
लेकिन प्रशासन ने स्पष्ट कहा —
“एसआईआर किसी को हटाने की प्रक्रिया नहीं, बल्कि सही जानकारी के आधार पर आपका नाम सुरक्षित करने की प्रक्रिया है।”
🔹 जागरूक मतदाताओं ने स्वयं आगे आकर फार्म भरकर इस भ्रम को खत्म कर दिया।
🔹 अब सोशल मीडिया पर भी सही तथ्य शेयर किए जा रहे हैं।
📢 प्रशासन, बीएलओ और राजनीतिक कार्यकर्ताओं का सराहनीय योगदान
➡ बीएलओ की लगातार फील्ड विज़िट
➡ ग्राम सभा, पंचायत भवन,
स्कूल और
वार्ड बैठकों में जागरूकता कार्यक्रम
➡ जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संस्थाओं, युवा समूहों का सहयोग
➡ व्हाट्सऐप ग्रुप, रैली और माइक्रोफोन से प्रचार
👉 मतदाता अब सिर्फ फार्म भर ही नहीं रहे, बल्कि दूसरों को भी प्रेरित कर रहे हैं।
📅 अंतिम तिथि पर विशेष ध्यान दें
🗓 फॉर्म भरने की अंतिम तिथि: 4 दिसंबर 2025
फॉर्म न भरने पर नाम शामिल नहीं हो सकेगा —
चाहे आप पहले से मतदाता हों या नया नाम जोड़ना चाहते हों।
25 नवंबर की स्थिति
जिले में 78 प्रतिशत मतदाताओं का डिजीटाइजेशन कार्य पूर्ण कर लिया गया है । मतदाता जागरूकता का परिचय दे रहे हैं।
वह मतदाता परेशान है जो एक से अधिक स्थानों पर मतदाता सूची में शामिल हैं।
जिले कुल मतदाता 1098548 है। इसके विरुद्ध 1097623मतदाता फार्मों का वितरण किया जा चुका है।
856261 का डिजीटाइजेशन पूर्ण हो चुका है।
इस कार्य में 35 सेक्टर अधिकारी तथा 1407 बीएलओ कार्य में जुटे हैं।
विधानसभावार स्थिति इस तालिका अनुसार है –

🗳️ आपका वोट — आपका अस्तित्व, आपका अधिकार
✔ जो वोट नहीं देता, वह निर्णय नहीं कर सकता
✔ मतदान अधिकार जितना महत्वपूर्ण है,
उतना ही उसे सुरक्षित रखना भी ज़रूरी है
✔ सही सूची में नाम दर्ज करवाना,
नागरिक की जिम्मेदारी भी है
👉 आज ही अपना फार्म भरें — अपने अधिकार को सुरक्षित करें,
👉 दूसरों को भी जागरूक करें — लोकतंत्र को मजबूत करें।


