मादा बाघिन से बिछड़े बाघ शावको पहुँचाया गया कान्हा टाईगर रिजर्व
सिवनी 13 अप्रैल 2023
सिवनी यशो:- मादा बाघिन से बिछड़ गये बाघ शावक को 12 अप्रैल को सुरक्षित रेस्क्यू उपरांत रूखड़ वन विश्राम गृह लाकर सुरक्षित अवस्था विभागीय अधिकारियों द्वारा रखा गया था। मादा बाघिन की लोकेशन सर्चिंग के बाद भी न मिलने के कारण शावकों उचित देख भाल के लिये कान्हा टाईगर रिजर्व स्थानांतरित कर दिया गया है ।
इस पश्चात परिक्षेत्र अधिकारी रूखड़ के नेतृत्व में 03 दल गठित कर रेस्क्यू स्थल से लगे पेंच टाइगर रिजर्व के वनक्षेत्र, वन विकास निगम बरघाट प्रोजेक्ट के वन क्षेत्र एवं सामान्य वनमण्डल के वनक्षेत्र में निरीक्षण कार्य कराया गया। जलस्त्रोतो के आस-पास एवं अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में गश्ती कार्य कराकर मादा बाघ की उपस्थिति ज्ञात करने का प्रयास किया गया। गठित दल द्वारा सभी जलस्तोत्रों, के किनारे, झाडियों से लेकर बावनथड़ी नदी के उदगम स्थल तक तलाशी ली गई। बाघिन के 1-2 दिन पुराने पगमार्क मिले। हिर्री नदी के किनारे निकले नाले, ग्राम गौलीटोला एवं कमकासुर के आसपास वनक्षेत्र में सघन तलाशी ली गई।
दिनांक 04.03.2023 से 04.04.2023 के मध्य कैमराट्रेप की फोटोग्राफ को चेक किया गया। डाग स्क्वॉड टीम द्वारा तालाब में शावक की गंध दिखाकर तलाशी ली गई। ग्रामीणों एवं चरवाहों से चर्चा के दौरान क्षेत्र में एक बाघिन के शावकों के साथ विचरण करने की जानकारी प्राप्त हुयी किन्तु इसके पुष्ट प्रमाण प्राप्त नहीं हुये।
उप संचालक, पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी, अधीक्षक पेंच मोगली अभयारण्य एवं वन्यप्राणी चिकित्सक की उपस्थिति में बीट रजोला के अंतर्गत कक्ष क्रं. 424 में पिंजरे में बाघ शावक को रखकर तीन कर्मचारी को एक वाहन में बैठाकर बाघ शावक को मादा बाघ से मिलवाने का प्रयास किया गया किंतु मादा बाघ नहीं आयी।
दिनांक 13.04.2023 प्रात: को बाघ शावक को पुन: वनक्षेत्र से हटाकर वन विश्राम गृह रूखड़ लाया गया एवं बाघ शावक को आज प्रात: रूखड़ से कान्हा टाईगर रिजर्व के में उचित देखभाल हेतु स्थानांतरित किया गया तथा शाम 4 बजे गोरेल्?ला में मुक्त किया गया।



