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हवा तूफान में गिरे पेड़ों का हो रहा अवैध व्यापार

हरवेन्द्र बघेल है उडनदस्ता प्रभारी, तस्कर भी खुश अधिकारी भी मालामाल

सिवनी यशो:- सिवनी जिला में बेशकीमती सागौन सहित अपार वन संपदा है के लिये अपनी विशेष पहचान रखता है और इस जिले के सागौन सहित अन्य इमारती वन संपदा एवं वन्य जीवों के अंगो की तस्करी भी वन विभाग के लिये प्रारंभ से बड़ी चुनौती रही है । वन एवं बन्य जीव संरक्षण के लिये शासन ने लबंा चौड़ा महकमा बनाया है और इसके क्षेत्रों का विभाजन भी किया है परंतु सभी का कार्य वन क्षेत्र का विस्तार और वनों की रक्षा है परंतु शासन का इतना बड़ा महकमा वनों का कितना विस्तार कर पाया यह विभागीय अधिकारियों के लिये चिंता का विषय होना चाहिये संभव है वनो का विस्तार का ईमानदारी से आंकलन किया जाये तो पता चलेगा कि वनो का विस्तार नहीं संकुचन हुआ है और वनो की रक्षा का जहाँ तक सवाल है तो वन विभाग इस मामले में भी बगले झांकता हुआ नजर आयेगा । वन के अधिकारी और कर्मचारियों की सांठगांठ से वन संपदा की तस्करी बड़ी मात्रा में होती है ।
वन संपदा की तस्करी किस प्रकार से होती है इसकी चर्चा सिवनी दक्षिण वन मंडल के कर्मचारी ही दबी जवान से करते हुये आसानी मिल जायेंगे । बताते है कि पिछले दिनों आंधी तूफान से वनों के अंदर काफी पेड़ गिरे है इन पेड़ो की तस्करी विभागीय अधिकारी अपने मातहतो के माध्यम से करा रहे है और इस काम को बहुत कुशलता से करने वाले कर्मचारी के रूप में हरवेंद्र बघेल का नाम काफी चर्चा में है । बताते है कि हरवेन्द्र बघेल एक वनरक्षक की हैसियत का कर्मचारी है परंतु इसे विभागीय नियमो को ताक पर रखकर दो दो पदोन्नति देते हुये उप वनक्षेत्रपाल बना दिया है और इस उप वनक्षेत्रपाल को वनपरिक्षेत्र अधिकारी कुरई का प्रभार भी दिया गया है और गोपालगंज में सहा वरपरिक्षेत्र अधिकारी, उडनदस्ता प्रभारी सहित अनेक ऐसे प्रभार उच्चाधिकारियों ने हरवेन्द्र बघेल को दिये गये है आखिर इस प्रकार के प्रभार देकर उपकृत करने के पीछे जो कारण है वह है विभाग को भारी नुकसान पहुँचाकर अधिकारियों को व्यक्तिगत लाभ पहुँचाते है ।
जानकारी के अनुसार नियम विरूद्ध पदोन्नति और अनेक तरह के प्रभार पाने वाले हरवेन्द्र बघेल उच्चाधिकारियों और वनमाफियों के लिये सबसे बड़ा लाभ पहुँचाने वाले व्यक्ति है । सिवनी वनपरिक्षेत्र के परिक्षेत्र अधिकारी को उडऩदस्ता का प्रभार नहीं है जबकि नियमानुसार यह प्रभार सिवनी वनपरिक्षेत्र अधिकारी के पास होना चाहिये । इसके पीछे जो मूल कारण है वह है कि हरवेंद्र बघेल की जानकारी बिना किसी भी छापामार कार्यवाही नहीं हो सकती । बताते है कि वनमाफियों के माध्यम से वन संपदा का अवैध व्यापार बड़े पैमाने पर हो रहा है ।
जानकारी तो यह है कि सिवनी एवं कुरई क्षेत्र में पिछले दिनों हवा तूफान से बड़ी मात्रा में कई पेड़ गिर गये है इन गिरे हुये पेड़ो को वनमाफियों के माध्यम से जंगलो से बाहर किया जा रहा है । विभाग के उच्चाधिकारियों को इस बात की सूक्ष्मता से जाँच कराना चाहिये । इसके साथ ही वनों की अवैध कटाई और हवा में गिरे हुये पेड़ो की जानकारी एकत्रित कराई जानी चाहिये । जानकारी के अनुसार हरवेन्द्र बघेल वन विभाग के ऐसे कर्मचारी है जो विभागीय कार्य के लिये आये लोहे के पूरे ट्रक को बेचने के लिये भी बदनाम है परंतु लक्ष्मी पुत्र है इसलिये बेगुनाह है और अधिकारियों के लिये संकट मोचक है हर तरह से उन्हें प्रसन्न रखकर पूरे महकमे के दरोगा बने हुये है और तस्करों के लिये वरदान ।

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