सिवनी यशो:- सूदखोरो के कारण परेशान होकर नेहरू रोड निवासी दीपक अग्रवाल ने आत्म हत्या का प्रयास किया था जिसका उपचार नागपुर में चल रहा है । सूदखोरों को करोड़ो रूपये ब्याज में देकर पूरी अपनी पूरी पुश्तैनी संपत्ति से हाथ धो चुके दीपक को अपने जाल में फंसाकर लगातार उसका शोषण करने वाले अनेक नाम सामने आ रहे है । जानकारी के अनुसार दीपक की पत्नि ने पुलिस को तात्कालिक रूप से जो नाम बताये थे उसमें किसी संजय अग्रवाल, पंकज, करन सहित दर्जनों नाम सामने आ रहे है इनमें अनेक ऐसे रसूखदार लोग है जो नगर सेठ कहलाते है और इन नगर सेठों ने अपने सहयोगी व्यापारी को मौत के मुंह तक ढकेल दिया तो इस बात से सहज अंदाज लगाया जा सकता है कि यह रसूखदार आम गरीब आदमियों का किस प्रकार से खून चूस रहे होंगे और यही रसूखदार सफेद कपड़े पहन कर समाज के इज्जतदार बनने का चोला चढ़ा लेते है ।
जानकारी के अनुसार समाज के रसूखदारों ने दीपक को धोखा और सामाजिक रूप से बदनामी का डर दिखाकर जमकर निचोड़ा है उसकी करोड़ो रूपये की पुश्तैनी संपत्ति हड़प ली और कमजोर समझकर उसे डराते धमाकाते रहे है तथा उसकी बची जायदाद का हिस्सा धोखे से अपना नाम कराने के पूरी हिकमते लगाते रहे है अनेक संपत्तियों की धोखे से तथा डरा धमका कर रजिस्ट्री भी इन सूदखोरो ने कराने में सफलता प्राप्त की है ।
इस पूरे मामले में समाज के सभ्यवर्ग को बहुत विचार करने की आवश्यकता है । इस प्रकरण में जो निंदनीय घटनाक्रम हुआ है वह समाने आने पर सभ्य समाज के रोंगटे खड़े हो जायेंगे । इसके साथ ही मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने सूदखोरो से आमजनता को मुक्ति के लिये कड़े प्रावधान किये है परंतु इन कड़े कानूनों का पालन करने के प्रति जिनकी जबावदेही है वे यदि कानूनों को सही तरीके से क्रियांवयन न करें तो सूदखोरों और सटोरियों की गिरफ्त में आकर व्यक्तियों के सामने आत्मदाह के सिवाय को रास्ता बचता नहीं । दीपक की संपत्ति पर दीमक की तरह लगे हुये रसूखदारों के नाम तेजी से हवा में घूम रहे है ।



