ब्रिटिश काल में निर्मित बैनगंगा नदी ” पुल ” के उचित रख रखाब के लिए लोकतंत्र सेंनानी ने लिखा पत्र
नगर परिषद छपारा का अपने पत्र के माध्यम से कर रहे ध्यान आकर्षित
छपारा यशो:- छपारा नगर के लोकतंत्र सेनानी नागेंद्र सिंह राजपूत ने नगर परिषद क्षेत्र मे बने ब्रिटिश कालीन पुल के उचित रख रखाव के लिए नगर परिषद सी एम ओ को पत्र लिखा हैँ, जिसमे उन्होंने लिखा की छपारा नगर से सिवनी मार्ग की ओर बैनगंगा नदी पर ब्रिटिश शासन द्वारा वहां लगे शिलालेख के अनुसार 1864 में पुल तैयार कर आवागमन के लिए खोल दिया गया था, इस तरह इस पुल की आयु लगभग 158 वर्ष हो चुकी है और यह वर्तमान में भी अच्छी स्थिति में है। इस पुल से अधिकतर आस-पास के ग्रामीण दो पाहिया साईकिल एवं पैदल आवागमन करते है । सुबह एवं शाम के समय शहर के नागरिक पैदल भ्रमण कर प्राकृतिक दृश्य एवं दिवारों में बैठकर अपने आप को तरोताजा महसूस करते थे, किंतु कुछ समय पूर्व नगर परिषद के द्वारा पुल के दोनों ओर जाली लगाई जाने से लोगों का बैठना बंद हो गया, दिन रात इस पर भारी रेत गिट्टी के डम्फर एवं ट्रेक्टरों की धमाचौकड़ी होने से इस पुल के कभी भी क्षतिग्रस्त होने का खतरा एवं जाली की दूसरी ओर नदी की तरफ की दीवार पर बरगद – पीपल, जैसे वृक्ष लगे है इससे भी पुल कमजोर हो रहा है।
यह पुल नगर के पेयजल की आपूर्ति के लिए भी महत्वपूर्ण है, इसी से होकर छपारा खुर्द एवं इस पुल के बीच में बने पम्प हाऊस से पानी सप्लाई की पाईपलाईन है, जिससे आधे नगर को जल प्रदाय किया जाता है।.
इस आपाधापी भरे समय में शहर के नागरिकों को कुछ पल प्रकृति के साथ बिताने एवं इस प्राचीन धरोहर जो आज भी शहर के लिए अति महत्वपूर्ण है, इसे बचाना आवश्यक है। साथ ही इस पर से भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाकर पुल डामरी करण या सीमॅटी करण कर पुल पर लगे पुराने टेलीफोन खम्बों पर प्रकाश व्यवस्था एवं पुल के दोनों ओर बैठने के लिए बैंचों की व्यवस्था करा दें तो शहर की सुंदरता के साथ ही शहर के नागरिकों के भी इसका फायदा होगा.



